नई दिल्ली: राजस्थान में राजनीतिक उठापटक के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएं. मायावती ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन और बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया.
- Mayawati (@Mayawati) July 18, 2020
राजस्थान में ना हो लोकतंत्र की ज्यादा दुर्दशा:
अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी और असंवैधानिक काम किया है.मायावती ने कहा कि राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो.
बीजेपी ने की ऑडियो टेप की सीबीआई जांच की मांग:
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी से सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद राजस्थान में सियासी ड्रामा जारी है. हर दिन कांग्रेस-बीजेपी और पायलट खेमे के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इससे पहले राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े कथित ऑडियो टेप की बीजेपी ने सीबीआई जांच की मांग की है.
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