वाराणसी। नेपाल से विवाद के बाद वाराणसी में एक नेपाली नागरिक का जबरन मुंडन कर उसे ''जय श्री राम'' के नारे लगाने का मामला सामने आया है। युवक से नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ भी नारे लगवाए गए। हालांक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं मुख्य आरोपी फरार बताया जा रहा है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।
बता दें नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पिछले सप्ताह कहा था कि अयोध्या लाखों हिंदुओं द्वारा भगवान राम की जन्मभूमि माना जाने वाला प्राचीन शहर है, जो कि वास्तव में काठमांडू के पास एक छोटा सा गांव है।
उन्होंने कहा था कि "हम अभी भी मानते हैं कि हमने सीता को राजकुमार राम को दे दिया था, लेकिन हमने राजकुमार को अयोध्या से दिया था, भारत से नहीं। अयोध्या बीरंगज का एक छोटा सा गांव है। बता दें बीरगंज नेपाल का एक जिला है जो कि राजधानी काठमांडू से लगभग 135 किलोमीटर दूर है।
बता दें वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और चार आरोपियों संतोष पांडेय, अमित दुबे, आशीष मिश्रा, राजू यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मुख्य आरोपी अरुण पाठक की तलाश में छापेमारी कर रही है।
मामले का डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने संज्ञान लिया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। साथ ही घटना की वाराणसी के उच्च स्तर के अधिकारी से जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
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