
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेने के दौरान शहीद हुए सेना की 21 राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल आशुतोष शर्मा को आज राजकीय सम्मान के साथ जयपुर में नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। आज तड़के शहीद आशुतोष का पार्थिव शरीर जयपुर पहुंचा, जहां उन्हें तिरंगे में लपेट कर आखिरी विदाई और सलामी दी गई। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में रविवार को कर्नल आशुतोष के साथ आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में चार अन्य जवान शहीद हो गए थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हंदवाडा मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा को आज जयपुर में अंतिम विदाई दी गई। इस मौके पर उनकी पत्नी, बेटी और अन्य परिजन मौजूद थे। नम आंखों और राजकीय सम्मान के साथ कर्नल को अंतिम विदाई दी गई।
श्रद्धांजलि देने पहुंची राजस्तान सरकार
शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर भी पहुंचे। सोमवार को जब शहीद कर्नल आशुतोष का पार्थिव शरीर जयपुर पहुंचा तो हर किसी की आंखें भर आईं और गला रुंध गया। सेना के अधिकारियों ने कर्नल की वर्दी और सामान उनकी पत्नी पल्लवी को सौंपा। उनके भाई पीयूष ने बताया कि आशुतोष का पहला प्यार वर्दी थी
पत्नी बोलीं- गर्व है शहादत पर बेटी भी भाऊक
वहीं वीरगति को प्राप्त हुए शहीद मेजर अनुज सूद पंचतत्व में विलीन हो गए। शहीद के अंतिम संस्कार के लिए चिन्हित स्थल पर केवल उनके पारिवारिक सदस्यों और रिश्तेदारों को ही आने की अनुमति प्रदान की गई। उन सभी को भी एक-दूसरे से उचित फासले पर बिठाया गया। श्मशान घाट में शहीद मेजर अनुज सूद के पिता सीके सूद, मां और पत्नी मौजूद रहे। शहीद को उनके मां-पिता ने नमन किया। वहीं पत्नी ने कहा कि उन्हें अनुज की शहादत पर गर्व है और वे हमेशा मेरे साथ रहेंगे। पिता ने कहा कि अनुज ने मेरा सिर फख्र से ऊंचा कर दिया, बेटा तुझे सलाम।
नमन शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा..
कोटि कोटि नमन इस भारतीय वीरान्गना को
सचमुच पत्थर का कलेजा चाहिए अपने पति की चिता को मुखाग्नी देने के लिए.. नमन है उस वीर बालिका को पिता की शहादत के बाद आंखों मे आन्सू नहीं आये..
भारत देश एसी ही वीरान्गनाओ के कारण विश्व मे सर्वोच्च स्थान रखता है... जय हिंद.. जय भारत
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