नई दिल्ली: कर्नाटक के तुमकुर जिले की एक अदालत ने शुक्रवार को पुलिस को अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों को टारगेट करने वाले एक ट्वीट के लिए एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया।
कर्नाटक की अदालत ने अधिवक्ता रमेश नाइक द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर कंगना रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था। रमेश नाइक ने कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। वादी का कहना है कि कंगना ने किसानों का अपमान किया है।
बता दें कि कृषि से संबंधित तीन विधेयकों के लिए संसद की मंजूरी के बाद किसान देश के कई हिस्सों में सड़कों पर उतर गए थे। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है।
कंगना रनौत ने ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे ग़लतफ़हमी हो उसे समझाया जा सकता है। मगर जो सोने की ऐक्टिंग करे, नासमझने की ऐक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फ़र्क़ पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं। CAA से एक भी इंसान की सिटिज़ेन्शिप नहीं गयी, मगर इन्होंने ख़ून की नदियां बहा दी।''
कंगना के ट्वीट की कड़ी आलोचना की गई। इसके बाद कंगना ने 21 सितंबर को खुलासा किया। उन्होंने कहा, "जैसे श्री कृष्ण की नारायणी सेना थी, वैसे ही पप्पु की भी अपनी एक चंपू सेना है जो की सिर्फ़ अफ़वाहों के दम पे लड़ना जानती है, यह है मेरा अरिजिनल ट्वीट अगर कोई यह सिद्ध करदे की मैंने किसानों को आतंकी कहा, मैं माफ़ी मांगकर हमेशा के लिए ट्वीटर छोड़ दूंगी।"
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