गलवान घाटी में चीन की हिमाकत का जवाब देने के साथ उसकी आर्थिक मोर्चे पर भी घेरेबंदी शुरू हो गई है। इसके तहत रेलवे ने गुरुवार को चीनी कंपनी का 471 करोड़ रुपये का करार रद्द कर दिया। वहीं, कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने पांच सौ चीनी उत्पादों के बहिष्कार की सूची जारी की है।
रेलवे के अनुसार, बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट को वर्ष 2016 में कानपुर से दीनदयाल उपाध्याय नगर सेक्शन पर 417 किलोमीटर में सिग्नलिंग व दूरसंचार का काम दियागया था। लेकिन चार साल में 20% काम हुआ। इस लिए ठेका रद्द किया गया है।
दूरसंचार विभाग का विरोध: इससे पहले दूरसंचार विभाग ने भी फैसला किया था कि बीएसएनएल के 4जी उपकरणों को अपग्रेड करने में चीनी सामान प्रयोग नहीं होगा।
उत्पादों का बहिष्कार: सीएआईटी ने जिन सामानों के बहिष्कार की अपील की है उनमें एफएमसीजी उत्पाद, खिलौने, फुटवेयर, टेक्सटाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्टेशनरी, कागज आदि शामिल हैं। साथ ही हस्तियों से चीनी उत्पादों का प्रचार न करने की भी अपील की गई है।
मंत्रालय में रोक: केंद्रीय उपभोक्ता एवं खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने भी सचिवों को निर्देश दिए हैं कि मंत्रालय में चीन निर्मित सामान नहीं खरीदा जाए।
नम आंखों से दी जांबाजों को विदाई: गलवान घाटी में शहीद जांबाजों का गुरुवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कमांडर कर्नल संतोष बाबू को तेलंगाना के सूर्यापेट में अंतिम विदाई दी गई। परिवार और आस-पड़ोस के लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदा किया। वहीं, पटना के बिहटा में वीर सपूत सुनील कुमार की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। तमिलनाडु के रामनाथपुरम, पंजाब के गुरदासपुर में भी वीरों को लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
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